ये एक साथ 36 लक्ष्यों पर निशाना साध सकता है, दुश्मनों की मिसाइलों की सटीक पहचान 600 किलोमीटर दूर से ही कर लेता है, और 400 किलोमीटर दूर मौजूद मिसाइल को हवा में ही मार गिराता है। लड़ाकू विमान ही नहीं ड्रोन्स को भी जमींदोज करने की ताकत है इसमें।
दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही देगा मात –
रूस के बाद भारत दुनिया का दूसरा देश होगा जिसके पास एस 400 एयर डिफेंस सिस्टम होगा। जो कि 10 हजार फीट की ऊंचाई तक वार करने में सक्षम है। इसमें तीन मिसाइलों का इस्तेमाल होता है. पहली मिसाइल की मारक क्षमता 400 किमी है। दूसरी मिसाइल की मारक क्षमता 250 किमी और तीसरी मिसाइल की मारक क्षमता 120 किमी है।
पांच एस 400 मिसाइल सिस्टम की होगी खरीद –
भारत, रूस से पांच एस 400 मिसाइल सिस्टम खरीदने वाला है। जिसकी कुल कीमत करीब 33 हज़ार करोड़ रुपए है। पहले से ही माना जा रहा था कि भारत-रूस से करीब 39 हज़ार करोड़ रुपए का रक्षा सौदा हो सकता है। एस 400 एयर डिफेंस सिस्टम के अलावा कामोव हेलिकॉप्टर इसमें शामिल होंगे। इसके साथ ही यह भी माना जा रहा था कि नेवी के लिए फ्रिगेट, सेना के लिए इंफैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स और परमाणु पनडुब्बियों के लिए भी अग्रीमेंट पर दस्तखत हो सकते हैं।
पाकिस्तान के साथ रूस ने जब से सैन्य अभ्यास किया है तब से ये खबर आ रही थी भारत से रूस के संबध खराब होने लगे हैं। लेकिन, रूस के साथ कथित तौर पर कमज़ोर पड़ते अपने संबंधों को इस सौदे के जरिये सुधारने की भी कोशिश है।