मुशफिकुर रहीम का 100वां टेस्ट, 106 रन और इतिहास की चाबी
जब मुशफिकुर रहीम ने 23 नवंबर, 2025 को शेर-ए-बंगला नेशनल स्टेडियम में आयरलैंड के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट खेला, तो वह सिर्फ एक शतक नहीं बना रहा था — वह इतिहास रच रहा था। उसने 214 गेंदों में 106 रन बनाए, बांग्लादेश के पहले खिलाड़ी बनकर 100 टेस्ट मैचों में शतक लगाने का गौरव हासिल किया। और फिर, जब दूसरी पारी में वह 53 अप्रतिबंधित रन बनाकर क्रीज पर बना रहा, तो वह ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पॉन्टिंग के बाद दुनिया का दूसरा खिलाड़ी बन गया, जिसने अपने 100वें टेस्ट में दोनों पारियों में 50+ रन बनाए। ये केवल एक शतक नहीं, ये एक जीवन की कहानी थी — 21 साल, 182 पारियाँ, 6,351 रन, 13 शतक। और आज, जब उसने न्यूनतम रनों के साथ भी बल्लेबाजी की, तो लगा जैसे वह अपना पहला मैच खेल रहा हो।
एक युवा लड़के से लेकर बांग्लादेश के सबसे अनुभवी खिलाड़ी तक
मुशफिकुर रहीम ने 2005 में लॉर्ड्स में 17 साल की उम्र में डेब्यू किया था। तब उसे लगा था कि वह सिर्फ एक तेज बल्लेबाज है, जिसे भारत या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक दो मैच खेलने का मौका मिलेगा। लेकिन जब 2013 में गाले में उसने श्रीलंका के खिलाफ 200 रन बनाए — बांग्लादेश का पहला टेस्ट डबल सेंचुरी — तो दुनिया ने उसे देखा। आज, वह बांग्लादेश क्रिकेट का सबसे अनुभवी खिलाड़ी है। उसके 100 मैचों में 13 शतक और 27 अर्धशतक हैं। उसकी करियर की सबसे बड़ी पारी 219 रन थी, और वह 15 बार अप्रतिबंधित रहा। उसकी स्ट्राइक रेट सिर्फ 48.4 है, लेकिन ये एक बल्लेबाज की नहीं, एक अनुभवी लीडर की स्ट्राइक रेट है — जो रन बनाने के बजाय मैच बचाता है।
मैच का नाटक: 476, 297, और एक अजेय जीत
21 नवंबर को शुरू हुआ ये मैच। बांग्लादेश ने पहली पारी में 476 रन बनाए — मुशफिकुर के 106 और लिटन दास के 128 के साथ। आयरलैंड ने जवाब में 265 रन ही बनाए। दूसरी पारी में बांग्लादेश ने 297-4 घोषित किया, और आयरलैंड के लिए 509 रन का लक्ष्य रख दिया। आखिरी दिन, 25 नवंबर, हसन मुराद ने दो जल्दी विकेट लिए, और आयरलैंड 291 पर ढेर हो गया। कर्टिस कैम्पर ने 71 रन बनाए, लेकिन बाकी सब टूट गए। बांग्लादेश ने 217 रनों से जीत दर्ज की — और श्रृंखला को 2-0 से जीत लिया।
टैजुल इस्लाम: एक नए रिकॉर्ड का जन्म
इस मैच का एक और अद्भुत पहलू था — टैजुल इस्लाम का नाम। उसने दूसरी पारी में 4-40 लिए, और मैच में 8 विकेट लेकर शाकिब अल हसन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वह बांग्लादेश के पहले गेंदबाज बन गए, जिन्होंने 250 टेस्ट विकेट लिए। वह दुनिया के केवल चार गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने इस आँकड़े को 57 मैचों में पूरा किया। उनकी रैंकिंग 15वें स्थान पर पहुँच गई — बांग्लादेश के किसी भी गेंदबाज के लिए अब तक की सबसे ऊँची रैंकिंग।
रैंकिंग में उछाल: बांग्लादेश का नया इतिहास
26 नवंबर को जब ICC ने टेस्ट रैंकिंग अपडेट की, तो मुशफिकुर रहीम 30वें स्थान पर पहुँच गए — बांग्लादेश के किसी बल्लेबाज के लिए अभी तक का सबसे बेहतरीन स्थान। लिटन दास 37वें, मोमिनुल हक 46वें और महमूदुल हसन जॉय 72वें स्थान पर। ये सिर्फ रैंकिंग नहीं, ये एक संकेत है कि बांग्लादेश क्रिकेट अब बस एशियाई टीम नहीं रह गया — ये एक ऐसी टीम बन गई है, जो टेस्ट क्रिकेट के नियमों को अपनाती है।
"मैं 100 मैच खेल चुका हूँ, लेकिन और खेलना चाहता हूँ"
मैच के बाद, मुशफिकुर ने प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड लिया। उसकी आँखों में आँसू थे। उसने कहा: "मैं अल्लाह के लिए आभारी हूँ। मैंने 100 टेस्ट खेल लिए, लेकिन मैं कुछ और खेलना चाहता हूँ। मैं हर पल का आनंद लेता हूँ।" उसने अपने नए भूमिका के बारे में भी बात की: "अब मैं युवा खिलाड़ियों के लिए एक दिशा हूँ। मैं उन्हें अपने अनुभव से सिखाऊंगा।" ये बयान सिर्फ एक खिलाड़ी का नहीं, एक नेता का है — जो जानता है कि टीम का भविष्य उसके बाद भी जीवित रहेगा।
एक अद्वितीय सूची में शामिल
मुशफिकुर रहीम उन 10 खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए, जिन्होंने अपने 100वें टेस्ट में शतक लगाया: कोलिन कॉड्री, जावेद मियांदाद, इंजमाम-उल-हक, गॉर्डन ग्रीनिज, एलेक स्टीवर्ट, हैशिम आमला, ग्रेम स्मिथ, जो रूट, डेविड वॉर्नर। और अब, रिकी पॉन्टिंग के साथ वह एकमात्र ऐसा खिलाड़ी है, जिसने दोनों पारियों में 50+ रन बनाए। ये वो सूची है, जिसमें नाम आना असंभव है। और आज, बांग्लादेश का एक खिलाड़ी उसमें है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुशफिकुर रहीम के 100 टेस्ट कैसे इतिहास बन गए?
मुशफिकुर रहीम बांग्लादेश के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 100 टेस्ट मैच खेले और उसी मैच में शतक बनाया। वे दुनिया के केवल 11वें खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यह कमाल किया, और रिकी पॉन्टिंग के बाद दूसरे, जिन्होंने दोनों पारियों में 50+ रन बनाए। उनके 6,351 रन और 13 शतक भी इस उपलब्धि को और अधिक अनोखा बनाते हैं।
टैजुल इस्लाम का 250 विकेट का रिकॉर्ड क्यों महत्वपूर्ण है?
टैजुल इस्लाम बांग्लादेश के पहले गेंदबाज हैं, जिन्होंने 250 टेस्ट विकेट लिए। उन्होंने शाकिब अल हसन का रिकॉर्ड तोड़ा और विश्व के केवल चार गेंदबाजों में शामिल हो गए, जिन्होंने इस आँकड़े को 57 मैचों में पूरा किया। उनकी रैंकिंग 15वें स्थान पर पहुँचना बांग्लादेश के लिए एक नया इतिहास है।
मुशफिकुर रहीम की रैंकिंग में इतनी बड़ी छलांग क्यों हुई?
उनके 100वें टेस्ट में शतक और दूसरी पारी में 53 रन ने उनके करियर के औसत को बढ़ाया। ICC रैंकिंग निर्धारण में हालिया प्रदर्शन का बहुत बड़ा वजन होता है। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें 30वें स्थान पर ले आया — बांग्लादेश के किसी बल्लेबाज के लिए अब तक का सर्वोच्च।
बांग्लादेश ने आयरलैंड के खिलाफ इस श्रृंखला को क्यों इतने आसानी से जीत लिया?
बांग्लादेश के बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों हिस्से में अनुभव और स्थिरता थी। मुशफिकुर, लिटन और मोमिनुल ने लंबी पारियाँ खेलीं, जबकि टैजुल और हसन मुराद ने आयरलैंड के बल्लेबाजों को लगातार निकाल दिया। आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश का आत्मविश्वास अब बहुत मजबूत है।
क्या मुशफिकुर रहीम और खेलते रहेंगे?
हाँ, मुशफिकुर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे 100 मैचों के बाद भी खेलना चाहते हैं। वे अभी भी शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं और बल्लेबाजी में अपनी रफ्तार बनाए हुए हैं। उनका लक्ष्य अगले दो साल तक टेस्ट टीम में रहना है, ताकि युवा खिलाड़ियों को निर्देश दे सकें।
इस जीत ने बांग्लादेश क्रिकेट के लिए क्या अर्थ रखती है?
ये जीत सिर्फ एक श्रृंखला जीतने की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के टेस्ट क्रिकेट की गंभीरता को साबित करने की है। अब वे अपने खिलाड़ियों को लंबे समय तक टीम में रख सकते हैं, और अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवाओं का संगम बना सकते हैं। ये एक टीम का विकास है — जो सिर्फ असोसिएट टीमों को हराने तक सीमित नहीं।