इंडिया बनाम इंग्लैंड तृतीय टेस्ट में लॉर्ड्स पर अनोखा समान स्कोर

जब जॉसेफ ए़डवर्ड रूट ने लॉर्ड्स में भारत‑इंग्लैंड तृतीय टेस्ट के पहले प्रसंग में 104 रन बनाकर इंग्लैंड को 387 बनाकर छोड़ दिया, तभी केएल राहुल ने भारत को बराबर 387 बना दिया—ऐसी घटना केवल नौ में से नौवाँ मौका, 148 साल की इतिहास में। यह अनोखा समान प्रथम इन्गेज 12 जुलाई 2025 को लंदन के Lord's Cricket Ground पर हुआ, जहाँ 24,281 दर्शकों ने इस इतिहास‑निर्माण को नज़र देखा।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और पंद्रह‑साल का रिकॉर्ड
पहली बार समान प्रथम‑इन्गेज का रिकॉर्ड 1910 में किंग्समीड, दुबई में बनाय गया था, जब दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड दोनों 199 बनाकर समाप्त हुए। इसके बाद 1994, 1973, 1973 और 1986 में चार बार इस तरह का आंकड़ा मिला, पर सबका नतीजा ड्रॉ रहा। 2025 का यह प्रसंग पाँचवाँ सबसे ऊँचा समान स्कोर (387) बनाता है, और यह 39 सालों में पहला मौका है जब ऐसा आंकड़ा ड्रॉ के बजाय फाइनल परिणाम में बदल गया।
पहला प्रसंग: इंग्लैंड 387 रन
इंग्लैंड ने पहले बैट्समैन जॉसेफ ए़डवर्ड रूट को 199 गेंदों पर 104 रन बनाते देखे, जबकि उसके साथी ब्रायडन ली कार्से ने 56 रन जोड़े। इंग्लैंड का कुल 112.3 ओवर में 387 पर समाप्त हुआ। इस दौरान भारत के तेज़ पेसर जसप्रीत निरज बुमराह ने 5 विकेट लिये, और नितीश कुमार रेड्डी ने 2 विकेट जोड़कर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी पर दबाव डाला।
भारत का जवाब और समान स्कोर
भारत ने उत्तर में भारी दबाव में खेलते हुए 119.2 ओवर में 387 बनाकर इंग्लैंड को बराबर किया। केएल राहुल ने 177 गेंदों पर 100 रन बनाकर लॉर्ड्स पर अपना दूसरा शतक बनाया—दिलीप वेंगारकर के बाद दूसरा भारतीय जिसने लॉर्ड्स पर दो शतक मारें। रिशभ पांट ने 112 गेंदों पर 74 रन बनाए, जब कि वह एक दर्दनाक उंगली की चोट के साथ लड़ रहा था। रविंद्र जडेजा
जडेजा ने 72 रन बनाए और अपने औसत वर्ल्ड‑क्लास फील्डिंग से गेंद को सीमा के बाहर रोकते रहे। इंग्लैंड के क्रिस्टोफर मार्टिन ली वोकेस ने 3 विकेट लिये, और जॉफ्रा आर्चर ने 2 विकेट के साथ अपने तेज़ बॉल से भारत की पारी को कठिन बना दिया। 5:26 pm पर, वॉशिंगटन कुमार सुंदर का आख़िरी शॉट टॉप‑एज हुआ, और हैरी ब्रूक ने लंबे‑स्टॉप पर शानदार कैच लेकर पारी को 387 पर समाप्त किया।

दूसरा प्रसंग और इंग्लैंड की जीत
इंग्लैंड ने दूसरे इन्गेज में 62.1 ओवर में 192 रन बनाकर सभी आउट हो गए। इस दौरान जॉसेफ ए़डवर्ड रूट ने 40 रन और बेन्जामिन एंड्रयू स्टोक्स ने 33 रन जोड़े। भारत की पारी में वॉशिंगटन कुमार सुंदर
ने 12.1 ओवर में 4 विकेट लिये, और मोहम्मद असलाम खान सरज
ने 13 ओवर में 2 विकेट लिये। भारत ने पाँचवें दिन 74.5 ओवर में 170 रन बनाए, जिसमें जडेजा ने 61* बनाकर अपनी संकल्प शक्ति दिखाई। इंग्लैंड ने 22 रन से जीत दर्ज की—एक उत्साहजनक लेकिन कड़ा मुकाबला, जहाँ दोनों टीमों ने अपने‑अपने सर्वश्रेष्ठ का परिचय दिया।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य की संभावनाएँ
ESPNcricinfo के कमेंट्रीर एंड्रू मिलर ने कहा, "यह टेस्ट क्रिकेट का वही जादू है जिसके कारण लोग इस फॉर्मेट को प्यार करते हैं। दो टीमों ने एक ही स्कोर बनाया, और फिर भी खेल का परिणाम स्पष्ट रहा।" कई क्रिकेट आँकड़ाकर्ताओं ने कहा कि अगली बार ऐसे समान स्कोर देखना सम्भव नहीं, क्योंकि दोनों टीमों की रणनीतियां और पिच की स्थिति अलग‑अलग हो सकती हैं। अभी तक इस साल के शेड्यूल में कोई अतिरिक्त टेस्ट नहीं है, पर भारत‑इंग्लैंड की अगली श्रृंखला 2027 में आएगी, जहाँ संभव है फिर से इतिहास बन सके।

मुख्य तथ्य
- इंडिया और इंग्लैंड ने 12 जुलाई 2025 को लॉर्ड्स पर 387‑387 समान स्कोर बनाया।
- यह घटना टेस्ट इतिहास में केवल नौवाँ उदाहरण है, और पाँचवाँ सबसे ऊँचा समान स्कोर है।
- केएल राहुल ने लॉर्ड्स पर दो शतक बनाकर इतिहास रचा।
- इंग्लैंड ने कुल 22 रनों से जीत हासिल की।
- मैच में 24,281 दर्शक मौजूद थे, जो पूरे दिन सीटों से नहीं उठे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
समाधान समान स्कोर कैसे हुआ?
दोनों टीमों की पिच पर बॉल की गति, मौसम की स्थिति और तेज़ बॉलर्स की प्रभावी लाइन‑और‑लेंथ ने एक समान स्कोर बनाना संभव बनाया। इंग्लैंड की शुरुआती पारी में रूट के शतक और बुमराह के पाँच विकेट ने संतुलन स्थापित किया, जबकि भारत की पारी में राहुल का शतक और पांट की धैर्यपूर्ण अर्द्धसदी ने स्कोर को मिलाया।
क्या भविष्य में फिर ऐसा हो सकता है?
क्रिकेट के अनुयायी मानते हैं कि ऐसे समान स्कोर बहुत कम होते हैं, क्योंकि पिच की क्षरण, टीम की रणनीति और व्यक्तिगत फॉर्म पहले से ही बदलते रहते हैं। अगले वर्षों में भारत‑इंग्लैंड की टूर में दो‑तीन साल बाद फिर मौका मिल सकता है, पर 39 साल बाद फिर से ऐसा होना अनोखा रहेगा।
केएल राहुल का इस मैच में योगदान क्या रहा?
राहुल ने 177 गेंदों पर 100 रन बनाकर पूरे भारत की पारी को स्थिर किया। यह उनका दूसरा लॉर्ड्स शतक बन गया, जिससे वे दिलीप वेंगारकर के बाद लॉर्ड्स पर दो शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय बन गए। उनका स्थिर बंधन भारत को 387 पर ले आया।
इंग्लैंड ने अंत में कैसे जीत सुरक्षित की?
दूसरे इन्गेज में इंग्लैंड ने 192 रन बनाकर अपनी पारी समाप्त की और फिर भारत को 170 पर लटका दिया। स्टोक्स और आर्चर ने क्रमशः 3‑3 विकेट लिये, जिससे भारत को लक्ष्य तक पहुंचने का मौका नहीं मिला और इंग्लैंड 22 रन से जीत गया।
इस रिकॉर्ड का भारत के क्रिकेट इतिहास में क्या महत्व है?
भले ही भारत ने इस मैच में हार देखी, पर समान स्कोर बनाने वाली नौवीं टीम बनना बड़ा गौरव है। यह इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स पर दो शतक करने वाले पहिलें भारतीय बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा।