ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक को सरकार की नीति के अनुसार देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिलना तय है. यह फैसला किया गया था कि ओलंपिक वर्ष में जो भी पदक जीतेगा उसे स्वत: ही राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
साक्षी को अभी तक अर्जुन पुरस्कार तक नहीं मिला है लेकिन सरकार की नीति के अनुसार यह सुनिश्चित है कि उसके नाम पर सीधे खेल रत्न के लिये विचार किया जाएगा. रियो में मामूली अंतर से पदक से चूकने वाली जिम्नास्ट दीपा करमाकर और फाइनल में जगह बनाने वाले निशानेबाज जीतू राय अन्य दो खिलाड़ी जिनके नामों की इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिये सिफारिश की गयी है.
* साक्षी को मिलेगा ‘रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक को उनकी इस सफलता पर बधाई देते हुए उन्हें ‘रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार’ से नवाजने का एलान किया.
मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के मौके पर अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ”हम रियो ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने पर साक्षी को बधाई देते हैं. हमारी सरकार उन्हें रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान करेगी.’ इस पुरस्कार के तहत रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य निर्मित प्रतिमा, तीन लाख 11 हजार रपये तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.
गौरतलब है कि हरियाणा की रहने वाली साक्षी ने रियो ओलम्पिक में 58 किलोग्राम भार वर्ग की फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्द्धा में कांस्य पदक जीता है. रियो ओलम्पिक में पदक जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला पहलवान हैं.