लाइफ कोच: क्या है और आपको कब चाहिए?
क्या आप बार-बार वही फैसले टालते हैं, या करियर और जिंदगी का संतुलन बनना मुश्किल लगता है? लाइफ कोच एक ऐसा साथी है जो आपको स्पष्टता देता है, लक्ष्य बनवाता है और छोटे-छोटे कदमों में आगे बढ़ने में मदद करता है। यह थेरापिस्ट नहीं है, बल्कि एक गाइड है जो व्यवहारिक रणनीतियाँ और जवाबदेही देता है।
अगर आप करियर बदलने की सोच रहे हैं, रिश्तों में दिशा ढूंढ रहे हैं, या जीवन में ऊर्जा और फोकस कम महसूस कर रहे हैं — तब एक कोच काम आ सकता है। जरूरत तब सबसे ज्यादा दिखती है जब आप जानते हैं कि बदलना चाहिए, पर शुरुआत नहीं कर पाते।
लाइफ कोच से क्या उम्मीद रखें
कोच आपकी कमजोरियों पर दया नहीं करेगा, बल्कि व्यवहारिक रास्ते देगा। ये तीन चीज़ें आमतौर पर मिलती हैं: लक्ष्य तय करना, सक्रिय कदमों का प्लान और नियमित चेक-इन। उदाहरण: अगर लक्ष्य सुबह जल्दी उठना है, तो कोच साथ मिलकर एक सटीक रूटीन बनाएगा और छोटी जीतें ट्रैक करेगा — जैसे 10 मिनट पहले उठना, फिर 20 मिनट।
कोच आपको प्रेरित नहीं सिर्फ बताएगा कि क्या कहना है; वह आपके रोज़ के फैसलों को छोटा और प्रैक्टिकल बनाता है।
तुरंत इस्तेमाल करने योग्य 7 सरल कदम
1) एक छोटा, स्पष्ट लक्ष्य तय करें — "दो महीने में नई नौकरी खोजनी है" बेहतर है बजाए "बेहतर काम चाहिए" के।
2) हर सप्ताह तीन छोटे काम लिखें जो सीधे लक्ष्य से जुड़े हों। इन्हें पूरा करने पर टिक करें।
3) सुबह या शाम के 15 मिनट में दिन भर की सबसे महत्वपूर्ण तीन प्राथमिकताएँ तय करें।
4) अगर निर्णय लेना मुश्किल है, तो 48-घंटे का नियम अपनाएँ: बड़े फैसले पर कम-से-कम 48 घंटे सोचने से impulsive चुने कम होंगे।
5) असफलता को सीख मानें — हर असफल कोशिश से एक छोटा नोट बनाएं: क्या काम नहीं किया और अगली कोशिश में क्या बदलेंगे।
6) जवाबदेही के लिए किसी को बताएं — दोस्त, परिवार या कोच; रिपोर्टिंग से प्रगति तेज होती है।
7) महीने में एक बार अपनी प्रगति का रिव्यू करें और अगले महीने के तीन नए छोटे लक्ष्यों को सेट करें।
कैसे चुनें सही कोच? पहले 2-3 मुफ्त कॉल लें। उनकी पद्धति पूछें: क्या वे व्यवहारिक अभ्यास देते हैं? क्या वे measurable लक्ष्य सेट करवाते हैं? अनुभव और क्लाइंट की असली कहानियाँ देख लें। अगर वे सिर्फ मोटिवेशनल बातें करें और कोई ठोस प्लान न दें, तो आगे न बढ़ें।
कभी-कभी आप खुद भी कोच जैसा बन सकते हैं — छोटे एक्शन प्लान, दिनचर्या और मासिक रिव्यू से बहुत फर्क पड़ता है। पर जब समस्या गहरी लगे या निर्णय भावनात्मक हों, तब प्रोफेशनल लाइफ कोच मददगार बनता है।
आखिर में एक सवाल: आप अगले सप्ताह किस छोटे कदम से शुरुआत करेंगे? आज ही एक काम चुनिए और उसे पूरा कर के देखें।
क्या भारत में एड्सीएचडी वाले वयस्कों के लिए लाइफ कोच हैं?
भारत में एड्सीएचडी वाले वयस्कों के लिए लाइफ कोच हैं। ये प्रोग्राम उन लोगों को एड्सीएचडी से जुड़े समस्याओं का सामना करने में मदद करते हैं और उन्हें अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं। ये प्रोग्राम व्यक्तिगत विकास की राय और एड्सीएचडी से जुड़े समस्याओं से संबंधित स्थितियों को समझने में मदद करते हैं।